ठाणे पुलिस ने आठ बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जिनमें रिया अरविंद बार्डे भी शामिल हैं, जो भारत में अवैध रूप से रह रही थीं और नकली दस्तावेजों के साथ पकड़ी गई थीं। ठाणे जिले के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार की गई इन महिलाओं पर दस्तावेज़ों में हेराफेरी और भारत में अवैध रूप से रहने का आरोप है। पुलिस अभी भी इनसे जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और आपराधिक गतिविधियों में शामिल उनके साथियों की जांच कर रही है।
रिया बार्डे, जो एक पोर्न स्टार के रूप में पहचानी जाती हैं, अम्बरनाथ शहर में फर्जी दस्तावेजों के साथ रह रही थीं। जबकि बाकी सात महिलाओं को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया। एनआरआई पुलिस स्टेशन की टीम ने एक मुखबिर की सूचना पर नवी मुंबई के करावे गाँव में छापा मारा, जहाँ दो अलग-अलग कमरों में ये महिलाएँ बिना वैध दस्तावेजों के रह रही थीं।
इन महिलाओं के बारे में जानकारी मिली है कि वे घरेलू कामगार के रूप में काम कर रही थीं और अवैध रूप से भारत में घुसी थीं। पुलिस के अनुसार, इन पर पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम, 1950 और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रिया बार्डे की गिरफ्तारी: विस्तृत जांच
रिया बार्डे की गिरफ्तारी एक अलग घटना के रूप में हुई। उन्हें गुरुवार को पुलिस ने अम्बरनाथ में फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा। उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस स्टेशन ने एक मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई की, जिसने पुलिस को सूचित किया कि रिया बार्डे एक बांग्लादेशी नागरिक हैं और धोखाधड़ी और जालसाजी के एक मामले में शामिल हैं।
सब-इंस्पेक्टर संग्राम मालकर ने पुष्टि की कि रिया बार्डे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धोखाधड़ी, जालसाजी और सामान्य इरादे से संबंधित धाराओं के तहत और विदेशी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। धोखाधड़ी और जालसाजी का यह मामला भारत की नई न्याय संहिता (भारतीय न्याय संहिता – बीएनएस) के लागू होने से पहले दर्ज किया गया था, जो 1 जुलाई 2024 से प्रभावी हो गई है।
साथियों की तलाश में पुलिस
पुलिस अभी भी रिया बार्डे के चार साथियों की तलाश कर रही है, जो इस धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में शामिल थे। पुलिस के अनुसार, लगभग एक साल पहले उन्हें एक शिकायत मिली थी, जिसके बाद उन्होंने रिया बार्डे से उनकी भारतीय नागरिकता की स्थिति की पुष्टि करने के लिए पूछताछ की थी।
साजिश और दस्तावेजों की जालसाजी
जांच में यह खुलासा हुआ कि रिया बार्डे ने अपने एक साथी के लिए बांग्लादेश से एक स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट और पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले से एक जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने की साजिश रची थी। इन फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके उन्होंने शैक्षिक प्रमाणपत्र और पासपोर्ट प्राप्त किए।
जब रिया बार्डे के दस्तावेजों की जांच की गई, तो यह पाया गया कि उनके जन्म प्रमाणपत्र, स्कूल छोड़ने के प्रमाणपत्र और पासपोर्ट में तीन अलग-अलग जन्म स्थान दर्ज थे – उत्तर 24 परगना, हुगली (दोनों पश्चिम बंगाल में) और महाराष्ट्र के अमरावती जिले का आचलपुर। पुलिस ने बताया कि उन्होंने ये दस्तावेज जालसाजी से तैयार किए और भारत में अवैध रूप से रह रही थीं।
पुलिस अभी भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।