Jokes in Hindi
आसमान को छूने की तमन्ना रखो,
हर दिन नई उमंगों का सपना रखो।
मंज़िलें बुला रही हैं तुम्हें आवाज़ देकर,
हिम्मत से हर मुश्किल का सामना रखो।
सपनों की राहों में कांटे भी मिलेंगे,
चलते रहो, ठहरने का बहाना मत रखो।
हार में भी जीत का रंग देखो,
दिल में उम्मीदों का दीया जलाना रखो।
हर अंधेरा कभी न कभी छंटेगा,
सुबह की पहली किरण को गले लगाना रखो।
मंज़िल दूर सही, पर नामुमकिन नहीं,
अपने कदमों में विश्वास का खजाना रखो।
सफ़र में साथ चलेंगे यादों के फूल,
हर मोड़ पर खुशियों का ठिकाना रखो।
जीवन है तो संघर्ष भी होंगे,
हर कठिनाई में मुस्कुराने का बहाना रखो।
उम्मीद की डोरी कभी मत तोड़ना,
हर कदम पर अपने सपनों का आशियाना रखो।
आसमान को छूने की तमन्ना रखो,
हर दिन नई उमंगों का सपना रखो।
सपनों की उड़ान भरनी है,
आसमान को हमने छूना है।
हर राह में जो भी कांटे हों,
हमें बस आगे ही बढ़ना है।
अंधेरे से घबराना कैसा,
रौशनी खुद अपना रास्ता पाएगी।
हर गिरावट से सिखने की,
हमारी कहानी जग को बताएगी।
सूरज हर दिन चमकता है,
हमारा भी समय आएगा।
धीरज और मेहनत से ही,
हर सपना सच हो जाएगा।
रुकावटें चाहे लाखों हों,
हौसला कभी नहीं खोना है।
हर मुश्किल से लड़कर ही,
हमने अपना जहां पाना है।
सपनों की उड़ान भरनी है,
आसमान को हमने छूना है।
हर राह में जो भी कांटे हों,
हमें बस आगे ही बढ़ना है।
यहाँ एक मज़ेदार कविता है जो आपको मुस्कुराने पर मजबूर कर देगी:
कबूतर को भेजा था चिट्ठी देने,
वो बैठ गया पड़ोसी के मटर चबाने।
कहता है, “चिट्ठी तो भूली गई,
पहले मटर, फिर चैन से सोने की बारी आई।”
चाय बनाई थी बड़ी शान से,
चीनी डाल दी नमक की पहचान से।
चखा तो जीभ ने कहा, “माफ करो,
ये चाय नहीं, सूप का साज़िश हो!”
बिल्ली बनी सुपरहीरो एक दिन,
चूहों को भगाया उसने अपने गिन-गिन।
मगर रात को दूध चोरी कर के,
वो कहने लगी, “मैं भी तो सुपर कैट हूँ आखिर!”
सोचा था जिम जाऊंगा हर सुबह,
पर अलार्म से ही हो गया था मेरा विद्रोह।
कहता है, “तू सो जा प्यारे,
जिम कल से शुरू करेंगे सारे!”
कभी-कभी ऐसा भी होता है,
हंसते-हंसते पेट में दर्द हो जाता है।
तो रखो मुस्कान अपने चेहरे पर,
जिंदगी खुद हंसी में बदल जाती है। 😄
यहाँ एक और मज़ेदार कविता है, जो आपको हंसी से लोटपोट कर देगी:
बन्दर चला मोटरसाइकिल चलाने,
हेलमेट पहना पर चश्मा भूल आए।
कहता है, “स्टाइल तो मेरी है कमाल,
पर रोड दिखे तो मैं करूं धमाल!”
रसोई में पापा ने खिचड़ी पकाई,
नमक डाला इतना कि मम्मी चिल्लाई।
कहते हैं, “स्वाद तो बड़ा यूनिक बना,
अब से मैं हूँ ‘मास्टरशेफ’ यहाँ!”
ऑफिस में बॉस ने मीटिंग बुलाई,
सबके चेहरे पर नींद थी छाई।
बॉस बोले, “आइडिया बताओ कोई नया,”
सबने कहा, “सोने दो, यही है तरीका सही का!”
बिल्लू की शादी में बुलाया सबको,
लेकिन भूल गए खाने का बंदोबस्त।
दूल्हा-दुल्हन के संग सब भूखे बैठे,
कहते हैं, “शादी है या उपवास का कष्ट!”
सोचा था कुत्ता पाल लेंगे घर में,
पर कुत्ता निकला ऐसा जो डरता है चूहे से।
रात में चोर आया, कुत्ता सो गया,
अब चोर और कुत्ता, दोनों दोस्त हो गया!
ज़िंदगी में ऐसे पल आते हैं,
जब सब कुछ उल्टा-पुल्टा बन जाते हैं।
हंसते रहो, गुदगुदी करते रहो,
जिंदगी को हल्के में लेते रहो! 😆